ikshit
- 51 Posts
- 32 Comments
!! बिकवाली जारी है !!
मन काफ़ी खट्टा है आज
पर किसी पड़ोसी के घर में भी इतना दूध नहीं
की थोड़ा पनीर बना सकूँ
या फिर थोड़ा दही ही जमा लूँ!
दावत की गुंजाइश बन पड़ी थी
अपने मन के फिर जाने से…
दोस्तों!
पर क्या हालात हैं
इस ग़रीबी के
हम तो काबिलियत पर आ कर भी
थोड़ा सा हक़ खुशी का
खरीद सकने के काबिल नहीं!
Read Comments